शहीद संदीप का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ   


 


 रिपोर्ट- प्रेम कुमार शाक्य
      
इटावा। चीन बॉर्डर नाथूला में ड्यूटी के दौरान बर्फ में दबकर जवान संदीप सिंह परिहार शहीद हो गया था जिसका आज उसके पैतृक गांव विंठौली में पूरे राजकीय सम्मान के साथ सांसद, विधायकगण, प्रशासनिक अधिकारियों एवं परिवारीजनों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी।



       जनपद के ग्राम बिठौली का रहने वाला संदीप सिंह परिहार दो दिन पहले डोकलाम के पास नाथुला बॉर्डर पर ड्यूटी करते हुए बर्फ की खाई में शहीद हो गया। उसके बाद वहां मौजूद सैनिकों ने बड़ी मशक्कत के बाद निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। इसकी सूचना परिवारी जन को दी गई तो परिवार में कोहराम मच गया। शहीद का शव देर रात बिठौली गांव लाया गया तो क्षेत्र के हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। भारत माता की जय के जयकारों से पूरा गांव गूंज उठा। गांव का प्रत्येक बच्चा सेना में भर्ती होना चाहता है। वहीं शहीद के पिता भी सेना में थे जो अब रिटायर हो चुके हैं। और परिवार के कई सदस्य सेना में सेवारत हैं। युवाओं के प्रेरणास्रोत शहीद संदीप सिंह हवलदार की पोस्ट पर थे । शहीद संदीप की बहादुरी की सभी तारीफ कर रहे थे। साथ ही उनके सहयोगी सूबेदार ने बताया संदीप सिंह अपनी टीम के बहादुर सैनिक थे और उन्होंने अपनी 19 साल की सेवा के दौरान कई पदक भी हासिल किए थे। नाथूला के उस बॉर्डर पर जहां बहुत कठिनाई से सैनिक पहुंचते हैं। वहां पर एक लंबे समय से ड्यूटी कर रहे थे । शहीद संदीप के परिवार में तीन छोटे बेटे हैं जिसमें सबसे बड़ा बेटा 12 साल का है। आज जनप्रतिनिधियों ने भी पहुंचकर श्रद्धांजलि दी जिसमें सांसद, विधायक मौजूद रहे। शहीद को सलामी देते हुए लोगों की आंखें नम हो गईं।


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