इनामी अपराधी को मार गिराने वाले जांबाज अफसर को मिला वीरता पदक.....
आईपीएस प्रशांत कुमार को तीसरी बार मिला गैलेंट्री अवॉर्ड....
राहुल अग्निहोत्री 'संवाददाता'
इनामी अपराधी को मार गिराने वाले जांबाज अफसर को मिला वीरता पदक.....
लखनऊ(नगर संवाद)। उत्तर प्रदेश पुलिस के अब तक के सबसे सफल अधिकारी एडीजी कानून व्यवस्था के पद पर तैनात वर्ष 1990 बैच के ईमानदार छवि के तेजतर्रार, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट आईपीएस अफसर प्रशांत कुमार है जिनको देश के महामहिम राष्ट्रपति ने 73 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर वीरता के लिए पुलिस पदक व प्रशंसा पत्र दिया गया है। इससे पहले 2020 और 2021 में उन्हें राष्ट्रपति की ओर से वीरता का पुलिस पदक दिया जा चुका है। इन दिनों प्रदेश की राजधानी लखनऊ की धरती में एडीजी कानून व्यवस्था के पद पर तैनात यूपी पुलिस के जांबाज अफसर प्रशांत कुमार आईपीएस की कार्यशैली किसी भी ब्यक्ति से छुपी नही है। मेरठ ज़ोन में एडीजी पद पर तैनाती के दौरान उन्होंने देश की राजधानी दिल्ली की भरी अदालत में दिल्ली पुलिस के सिपाही रण सिंह मीणा को गोलियों से छल्ली कर देने वाले एवं फ़िल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की कंपनी से पांच करोड़ रुपये की लूट करने वाले शिव शक्ति नायडू नाम के खूंखार एक लाख के इनामिया अपराधी को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। मुठभेड़ के दौरान एडीजी प्रशांत कुमार आईपीएस बाल-बाल बचे थे। बदमाश की फायरिंग में एक गोली उनकी जैकिट में आकर फस गयी थी। लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से वह बच गए थे। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार आईपीएस को यह पुरस्कार पहली बार नही मिल रहा है। इससे पहले भी उन्होंने अपनी अच्छी पुलिसिंग और कार्यशैली व कर्मठता के चलते देश व प्रदेश के वरिष्ठ जनों के हाथों सम्मानित होने का गौरव प्राप्त कर चुके है।
जानकारी देते हुए एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि युवा पीड़ी को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए और लोगों की सेवा व मदद करना चाहिए । पदक और सम्मान अपने आप मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि कई मुठभेड़ में पुलिस टीम का नेतृत्व करने के दौरान कई मुशिकलों का सामना करना पड़ा। लेकिन मैंने हमेशा अपने काम पर ध्यान दिया। लोगों की सेवा करने के लिए मैं और मेरी टीम हमेशा तैयार रही।