डीजी कॉलेज में चल रही राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन।


कानपुर नगर। डी.जी.पी.जी कॉलेज कानपुर के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के द्वितीय दिन  द्वितीय तकनीकी सत्र में क्राइस्ट चर्च कॉलेज के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ जोसेफ़ डेनियल ने अवगत कराया कि तकनीकी माध्यम से चिकित्सा विज्ञान की प्रगति रसायन विज्ञान की ही देन है। वर्तमान में 75  प्रतिशत औषधियों का संश्लेषण रासायनिक पदार्थों से ही हुआ है। आज लगभग 4000 ज्ञात औषधियों की खोज हुई है, परंतु रंगों की संख्या 30 हजार के लगभग है। अतः भविष्य में रोगशमन हेतु रसायन विज्ञान का प्राधान्य है। एचबीटीयू कानपुर के रसायन विज्ञान के प्रोफ़ेसर सीएल गहलोत जी ने विश्लेषणात्मक रसायन शास्त्र में स्पेक्ट्रोस्कोपी तकनीकी के माध्यम से यौगिकों का निर्माण कैसे हुआ है।



उनकी  संरचना में क्या, क्या है को कैसे ज्ञात करेंगे यह अवगत कराया। समापन समारोह में डॉक्टर सीएल गहलोत ,इसका कि वाइस प्रेसिडेंट डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना, रसायन विज्ञान विभाग की सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष डॉ रश्मि माथुर के द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। छात्राओं को उत्कृष्ट प्रेजेंटेशन के लिए स्मृति चिन्ह दिए गए। सफल कार्यक्रम में विज्ञान संकाय के प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने अथक परिश्रम द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान किया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉक्टर रचना प्रकाश ,कुशल संचालन डॉ अलका श्रीवास्तव एवं विभाग की डॉ शशि अग्रवाल , प्रियदर्शी रंजन एवं डॉक्टर सोनिया रानी ने विशेष सहयोग किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ अर्चना दीक्षित द्वारा दिया गया।


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