भारत का विदेश व्यापार : दिसम्बर, 2019

 


भारत से अप्रैल-दिसम्बर 2019-20 में 397.48 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र निर्यात (वस्‍तुएं एवं सेवाएं) होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.93 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। उधर, अप्रैल-दिसम्बर 2019-20 के दौरान 455.14 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र आयात होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.82 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है।



 नोटः आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम डेटा नवम्बर 2019 से संबंधित है। दिसम्बर 2019 से संबंधित डेटा सिर्फ एक आकलन है जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा।


 


I. वस्‍तुओं का व्‍यापार


निर्यात (पुनर्निर्यात सहित)


दिसम्बर, 2019 में 27.36 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ जो दिसम्बर 2018 में हुए 27.86 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात की तुलना में 1.80 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है। रुपये के लिहाज से दिसम्बर, 2019 में निर्यात 1,94,764.74 करोड़ रुपये का हुआ जो दिसम्बर, 2018 के 1,97,044.76 करोड़ रुपये के मुकाबले 1.16 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि को रेखांकित करता है।


दिसम्बर, 2019 में जिन प्रमुख जिंस समूहों के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में धनात्मक वृद्धि दर्ज की गई है उनमें निम्नलिखित शामिल हैं-



अप्रैल-दिसम्‍बर, 2019-20 में कुल निर्यात 239.29 अरब अमेरिकी डॉलर (16,84,558.61 करोड़ रुपये) का हुआ जो अप्रैल - दिसम्‍बर, 2018-19 के दौरान 244.08 अरब अमेरिकी डॉलर (17,02,261.31 करोड़ रुपये) के कुल निर्यात की तुलना में डॉलर की दृष्टि से 1.96 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि और रुपये के लिहाज से 1.04 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है।


दिसम्‍बर 2019 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न व जेवरात निर्यात 21.05 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, जो दिसम्‍बर 2018 के 21.16 अरब अमेरिकी डॉलर की तुलना में 0.54 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है। अप्रैल- दिसम्‍बर 2019-20 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न व जेवरात निर्यात 177.81 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, जो पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.09 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि को रेखांकित करता है।


आयात


दिसम्‍बर 2019 में 38.61 अरब अमेरिकी डॉलर (2,74,883.64 करोड़ रुपये) का आयात हुआ जो दिसम्‍बर, 2018 के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 8.83 प्रतिशत कम है और रुपये के लिहाज से भी 8.24 प्रतिशत कम है। अप्रैल- दिसम्‍बर 2019-20 में कुल मिलाकर 357.39 अरब अमेरिकी डॉलर (25,14,783.82 करोड़ रुपये) का आयात हुआ, जो अप्रैल-दिसम्‍बर 2018-19 में हुए आयात की तुलना में डॉलर के लिहाज से 8.90 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि तथा रुपये की दृष्टि से भी 8.12 प्रतिशत ऋणात्मक वृद्धि दर्शाता है।


दिसम्‍बर, 2019 में जिन प्रमुख जिंस समूहों के आयात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में ऋणात्‍मक वृद्धि दर्ज की गई है उनमें निम्नलिखित शामिल हैं-



कच्चा तेल तथा गैर-तेल आयातः


दिसम्बर 2019 के दौरान 10.69 अरब अमेरिकी डॉलर (76,136.69 करोड़ रुपये) मूल्य के कच्चे तेल का आयात किया गया, जो दिसम्बर 2018 के 10.78 अरब अमेरिकी डॉलर (76,275.54 करोड़ रुपये) की तुलना में डॉलर के लिहाज से 0.83 प्रतिशत कम (रुपये के लिहाज से 0.18 प्रतिशत कम) है। अप्रैल-दिसम्बर 2019-20 में 95.69 अरब अमेरिकी डॉलर (6,73,447.56 करोड़ रुपये) के तेल का आयात किया गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 108.47 अरब अमेरिकी डॉलर (7,57,772.55 करोड़ रुपये) की तुलना में डॉलर के लिहाज से 11.78 प्रतिशत कम (रुपये के लिहाज से 11.13 प्रतिशत कम) है।


इसके बारे में विश्व बैंक से प्राप्त आंकड़े के अनुसार दिसम्बर 2019 के साथ-साथ दिसम्बर 2018 में वैश्विक ब्रेंट प्राइस (डॉलर/प्रति बैरल) में 16.63 प्रतिशत वृद्धि हुई है।


दिसम्बर 2019 में गैर-तेल आयातों का अनुमान 27.92 अरब अमेरिकी डॉलर (1,98,746.95 करोड़ रुपये) था, जो दिसम्बर 2018 के 31.57 अरब अमेरिकी डॉलर (2,23,277.86 करोड़ रुपये) की तुलना में डॉलर के लिहाज से 11.56 प्रतिशत कम (रुपये के लिहाज से 10.99 प्रतिशत कम) है। अप्रैल-दिसम्बर 2019-20 में गैर-तेल का आयात 261.70 अरब अमेरिकी डॉलर (18,41,336.26 करोड़ रुपये) के स्तर पर था, जो अप्रैल-दिसम्बर 2018-19 के 283.84 अरब अमेरिकी डॉलर (19,79,319.46 करोड़ रुपये) की तुलना में डॉलर के लिहाज से 7.80 प्रतिशत कम (रुपये के लिहाज से 6.97 प्रतिशत कम) था।


दिसम्बर 2019 में गैर-तेल और गैर-स्वर्ण का कुल आयात 25.45 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो दिसम्बर 2018 में 29.00 अरब अमेरिकी डॉलर के गैर-तेल एवं गैर-स्वर्ण आयात की तुलना में 12.24 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर्शाता है। अप्रैल-दिसम्बर 2019-20 में गैर-तेल एवं गैर-स्वर्ण आयात 238.64 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर था, जो अप्रैल-दिसम्बर 2018-19 में 259.11 अरब अमेरिकी डॉलर के गैर-तेल एवं गैर-स्वर्ण आयात की तुलना में 7.90 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर्शाता है।  


 


II. सेवाओं का व्यापार


निर्यात (प्राप्तियां)


भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 जनवरी, 2020 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नवम्बर, 2019 में निर्यात 18.00 अरब अमेरिकी डॉलर (1,28,584.48 करोड़ रुपये) का हुआ, जो नवम्बर 2018 की तुलना में डॉलर के लिहाज से 7.91 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि को दर्शाता है। दिसम्‍बर 2019* में सेवाओं का निर्यात 17.92 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।


 


आयात (भुगतान)


भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 जनवरी, 2020 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नवम्बर, 2019 में आयात 11.47 अरब अमेरिकी डॉलर (81,969.39 करोड़ रुपये) का हुआ, जो नवम्बर 2018 की तुलना में डॉलर के लिहाज से 13.48 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है। दिसम्‍बर 2019* में सेवाओं का आयात 11.32 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।


 


III. व्यापार संतुलन


 


वस्‍तुएं: दिसम्‍बर, 2019 में व्यापार घाटा 11.25 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि दिसम्‍बर 2018 में व्यापार घाटा 14.49 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।


 


सेवाएं : आरबीआई द्वारा 15 जनवरी, 2020 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नवम्बर, 2019 के दौरान सेवाओं में व्यापार संतुलन (अर्थात शुद्ध सेवा निर्यात) 6.52 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है।


 


समग्र व्यापार संतुलन : वस्‍तुओं एवं सेवाओं दोनों को ही मिलाने पर अप्रैल-दिसम्‍बर 2019-20में कुल मिलाकर 57.66 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार घाटा होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि अप्रैल-दिसम्‍बर 2018-19 में व्यापार घाटा 89.46 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।


 


* नोटः आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम डेटा नवम्बर, 2019 से संबंधित है। दिसम्‍बर 2019 से संबंधित डेटा सिर्फ एक आकलन है, जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा।


 


वस्तुओं का व्यापार

















































































































































 निर्यात एवं आयातः (अरब अमेरिकी डॉलर)



 (अनंतिम)



 



दिसम्बर



अप्रैल-दिसम्बर



निर्यात (पुनर्निर्यात सहित)



 



 



2018-19



27.86



244.08



2019-20



27.36



239.29



प्रतिशत वृद्धि 2019-20/ 2018-19



-1.80



-1.96



आयात



 



 



2018-19



42.35



392.31



2019-20



38.61



357.39



प्रतिशत वृद्धि  2019-20/ 2018-19



-8.83



-8.90



व्यापार संतुलन



 



 



2018-19



-14.49



-148.23



2019-20



-11.25



-118.10



 



 



 



 निर्यात एवं आयातः (करोड़ रुपये)



 



 (अनंतिम)



 



 



दिसम्बर



अप्रैल-दिसम्बर



निर्यात (पुनर्निर्यात सहित)



 



 



2018-19



1,97,044.76



17,02,261.31



2019-20



1,94,764.74



16,84,558.61



प्रतिशत वृद्धि  2019-20/ 2018-19



-1.16



-1.04



आयात



 



 



2018-19



2,99,553.40



27,37,092.01



2019-20



2,74,883.64



25,14,783.82



प्रतिशत वृद्धि  2019-20/ 2018-19



-8.24



-8.12



व्यापार संतुलन



 



 



2018-19



-1,02,508.64



-10,34,830.70



2019-20



-80,118.90



-8,30,225.21



 


सेवाओं का व्यापार


 





























































निर्यात एवं आयात (सेवा क्षेत्र) : (अरब अमेरिकी डॉलर)



(अनंतिम)



नवम्बर 2019



अप्रैल-नवम्बर 2019-20



निर्यात (प्राप्तियां)



18.00



140.27



आयात (भुगतान)



11.47



86.44



व्यापार संतुलन



6.52



53.83



 



 



 



निर्यात एवं आयात (सेवा क्षेत्र) : (करोड़ रुपये)



(अनंतिम)



नवम्बर 2019



अप्रैल-नवम्बर 2019-20



निर्यात (प्राप्तियां)



1,28,584.48



9,86,225.58



आयात (भुगतान)



81,969.39



6,07,776.64



व्यापार संतुलन



46,615.09



3,78,448.94



स्रोतः भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 15 जनवरी, 2020 को जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति



 



 


* नोटः आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम डेटा नवम्बर, 2019 से संबंधित है। दिसम्‍बर 2019 से संबंधित डेटा सिर्फ एक आकलन है, जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा।


 


विस्तृत जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।



Popular posts from this blog

इनामी अपराधी को मार गिराने वाले जांबाज अफसर को मिला वीरता पदक.....

झांसी की  प्रगति यादव ने जिले का  नाम रोशन किया...

शिक्षा,स्वास्थ्य सुरक्षा से बेहतर होगा बेटियों का भविष्य.....