दिवंगत पत्रकार विजय गुप्ता की पत्नी ने अपनी और बच्चे की जान का बताया खतरा...


 



  • जान के भय से महिला अपने दो साल के मासूम बच्चे के साथ शहर छोड़ने को हुयी मजबूर

  • पति की ह्त्या में साक्ष्य मिटाने वालों पर कार्यवाही की मांग 


कानपुर(नगर संवाद)। बीते 27 अक्टूबर की देर रात को पत्रकार विजय गुप्ता की हुई हत्या के मामलें में नया मोड आ गया है। मृतक की पत्नी ने कहा कि वह अपनें दो साल के बेटे के साथ शहर छोड़ने को मजबूर हो गयी है क्योकि दोनों की जान खतरे में हैं।



मंगलवार को अशोक नगर स्थित.कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में पत्रकार की पत्नी रोली गुप्ता ने कहा की उसे और उसके दो साल के मासूम को जान माल का खतरा है। उसने पुलिस की कार्यशैली की भूमिका को भी कठघरें में खड़ा किया है। उसका कहना था कि पति की हत्या के बाद जेल में बंद ह्त्यारोपी दोनों सगे भाई मनोज गुप्ता का पुत्र साहिल और रतन की पत्नी संजू घटना वाले दिन साक्ष्य मिटाने में शामिल रहे थे। लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ किसी तरह की कार्यवाही नही की। जिसके बाद उसने सोमवार को एसएसपी अनंत देव को प्राथर्ना पत्र देकर साक्ष्य मिटाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। जिसके बाद एसएसपी ने थाना प्रभारी को जांच कर कार्यवाही के निर्देश जारी किये है।
बताते चले कि,दीपावली की देर रात डिप्टी पड़ाव में पत्रकार विजय गुप्ता की हत्या पुश्तैनी मकान के बंटवारे को लेकर हुई थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों सगे भाईयों समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।


 


शरद शर्मा संवाददाता 


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