नही रुक रहा अवैध खनन,आंखे मूंदे है प्रसाशन


सूरज सिंह तोमर संवाददाता


किसानों और रेलवे को मोहरा बनाकर खनन माफिया खेतो को तालाब बनाए जा रहे है।


■ नए शासनादेश का हवाला देकर खुलेआम मानको की धज्जियां उड़ाई जा रही है मिट्टी के खनन में।


■ महराजपुर में राजन,राजू यादव ,ठेकेदार,गजेंद्र,दिलीप ,हसीन सहित एक दर्जन लोग लगे है खनन के अवैध कार्य मे।जबकि बिधनू के जरकला और पिपरगंवा में सन्दीप सिंह ,फौजी,डीएस ट्रेडर्स ,जे एस ट्रेडर्स ,सहित छतिमरा का सेंगर और अहिरवां का गौरव कुशवाहा इस काम में बड़े पैमाने पर लगे है।


■ खनन विभाग और राजस्व के साथ पुलिस विभाग के कर्मियों और अफसरों का बना रहता है माफियाओ पर वरद हस्त*


■ बिना नम्बर प्लेट के ही मिट्टी खनन के काम मे लगे ज्यादातर डंम्फर।आरटीओ भी कभी इनके कागज नही चेक करता


■ दर्जनों गांवो की सड़कें ,नालियां और पुलिया तोड़ डाली है खनन में लगे डंफरो ने


■पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज एक्ट के तहत प्रसाशन क्यों नही डंम्फर मालिको पर जुर्माना लगाकर जुर्माने की रकम से बनवाता है इनके द्वारा तोडे गए इंफ्रास्ट्रक्चर को।


महराजपुर। आए दिन अवैध खनन पर आने वाली खबरों और उन पर मचने वाले क्षणिक हंगामे के बाद मामला घूम कर फिर वहीँ "खनन माफिया मस्त ,प्रशासन सुस्त।नर्वल तहसील के बिधनू और महराजपुर दोनों जगह यही हाल है।


जिम्मेदार मौन है क्योंकि समय पर माफिया चढ़ावा चढ़ाते रहते है।पुलिस हो या राजस्व विभाग किसी को पर्यावरण और सामाजिक मुद्दों से  कोई विशेष सरोकार नही है।खनन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी पिछली सरकारों के समय से ही आकंठ भृस्टाचार में डूबे हुए है उनके साथ थोड़ा बहुत फायदा खाकी कर्मियों का भी हो जाता है तो इसमें खाकी को दोषी नही मानना चाहिए।


अधिकारी हो या कर्मचारी राजस्व को हो रहे मोटे नुकसान की चिंता किसी को रत्ती भर भी नही है क्योंकि नौकरी मिलने के बाद लेखपाल ,कानूनगो,तहसीलदार स्तर के अधिकारी जनता के प्रति अपने उत्तर दायित्वों और अपने पद की जिम्मेदारियों से न्याय करने की बजाय खनन में लगे रसूखदार लोगो की कम्पनी के सदस्यों की भांति व्यवहार करते है।ऊपर से दबाव पड़ा या अखबारों की सुर्खियों में आए तो दिखावे की कार्यवाही कर इतिश्री कर ली और अपना दामन साफ बचा लिया।



बिधनू का जरकला,पिपरगंवा, कुरियाँ सहित महराजपुर के शिवपुरी,डोमनपुर, नागपुर,बिपौसी ,नजफगढ़,शेखपुर चौकी के कई इलाके खनन माफियाओ के पसंदीदा गढ़ है।आए दिन इन इलाकों से खनन की खबरे आया ही करती है।
अवैध खनन में लगे डंफरो की वजह से जहाँ तमाम दुर्घटनाए इन थाना क्षेत्रों में हो चुकी है वही इनकी वजह से ग्रामीण इलाकों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी ये बर्बाद कर रहे है।रात रात भर ओवर लोड मिट्टी लदे डंफरो की वजह से कई दर्जन गांवों की सड़कें बनी और पता भी न चला कब खत्म हो गयी ।सवाल ये भी उठता है कि आखिर क्यों राजस्व विभाग और प्रसाशन डंम्फर मालिको और अवैध खनन में लगे असामाजिक तत्वों के ऊपर पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान करने वाले एक्ट के तहत इन पर जुर्माना लगा कर इनके पैसे से सड़क और तोड़ी गयी नालियां,पुलिया आदि का निर्माण या मरम्मत करवाते है।जब तक अवैध खनन में लगे लोगो पर इस तरह के जुर्माने की कार्यवाही नही होगी कम लागत में करोड़पति बनाने का ये धंधा कोई नही छोड़ने वाला।


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